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Thursday, 1 February 2018

Sad SMS in Hindi

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Sad SMS in Hindi

Us k Chehry Per is Qadar Noor Tha K Us ki Yaad Mein Rona bhi Manzoor Tha Bewafa B Nahi keh Sakty us ko Faraz Pyar to ham ne Kia Hai Woh to Bekasoor Tha.
रोने की सज़ा ना रुलाने की सज़ा है, ये दर्द मोहब्बत को निभाने की सज़ा है, हस्ते है तो आँखो से निकल आते है आँसू, ये उस शख्स से दिल लगाने की सज़ा है!!
सभी को सब कुछ नही मिलता, नदी की हर लहर को साहिल नही मिलता, यह दिल वालो की दुनिया हैं दोस्त, किसी से दिल न्ही मिलता तो कोई दिल से नहीं मिलता!
वो खुश है पर शायद हम से नहीं वो नाराज़ है पर शायद हम से नहीं वो कहता है उसके दिल में मोहब्बत नहीं मोहब्बत तो है पर शायद हमसे नहीं
ज़िंदगी का हर ज़ख़्म उसकी मेहरबानी है, मेरी ज़िंदगी तो एक अधूरी कहानी है, मिटा देता हर दर्द को मगर, ये दर्द ही तो उसकी आखरी निशानी हैं!!
जिसने हक़ दिया मुझे मुस्कुराने का उसका शौक है मुझे रुलाने का जो लहरों से लड़कर लाया था किनारों पर उसे इंतज़ार है अब मेरे डूब जाने का
किसी की याद को दिल में बसाकर रोए किसी की तस्वीर को सीने से लगाकर रोए जो वादा किया था हमने किसी से हम उस वादे को निभाकर रोए
तेरी मोहब्बत को तो पलकों पर सजायेंगे; मर कर भी हर रस्म हम निभायेंगे; देने को तो कुछ भी नहीं है मेरे पास; मगर तेरी ख़ुशी मांगने हम खुदा तक भी जायेंगे
दर्द ही सही, मेरे इश्क का इनाम तो आया खाली ही सही, हाथों में जाम तो आया मैं हूँ बेवफा, सबको बताया उसने यूँ ही सही, लबों पर उसके मेरा नाम तो आया
मुझे ऐसा दर्द मिला जिसकी कोई दवा नहीं फिर भी खुश हूँ मुझे उस से कोई गिला नहीं और कितने आँसू बहाऊँ उसके लिए जिसे खुदा ने नसीब में लिखा ही नहीं
आँसुओं तले मेरे सारे अरमान बह गए जिनसे उम्मीद लगाए थे वही बेवफा हो गए थी हमें जिन चिरागों से उजाले की चाह वो चिराग न जाने किन अंधेरों में खो गए
मिल गया था जो मुकद्दर वो खो के निकला हूँ, मैं वो लम्हा हूँ हर बार रो के निकला हूँ, मुझे राहे दुनिया में अब कोई भी दुशवारी नहीं, मै तेरे खंजर के वार से हो के गुजरा हूँ.
मेरी कोशिश कभी कामयाब ना हो सकी, न तुझे पाने की न तुझे भुलाने की।
पत्थर समझ कर पाँव से ठोकर लगा दी, अफसोस तेरी आँख ने परखा नहीं मुझे, क्या क्या उमीदें बांध कर आया था सामने, उसने तो आँख भर के भी देखा नहीं मुझे।
उदास कर देती है हर रोज ये शाम मुझे, लगता है तू भूल रहा है मुझे धीर-धीरे।
नादानी की हद है जरा देखो तो उन्हें, मुझे खो कर वो मेरे जैसा ढूढ़ रहे हैं।

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